श्री गणेश आरती - गणपति की सेवा मंगल मेवा - आध्यात्मिक महत्व
भगवान गणेश चौदह लोक में विचरण करते हैं और तीन भुवन में राज्य करते हैं। यह पंक्ति गणेश भगवान की पूजा का महत्व और प्राथमिकता बताती है और भगवान गणेश के गुणों और विशेषताओं का वर्णन करती है। इनकी कृपा से हमारा जीवन सुखमय और सफल होता है।
Ganesh Bhajan
- गणेश जी की कथा - खीर
- आओ आओ गजानन, हम तुम्हे बुलाते है
- गणपति राखो मेरी लाज, पुरण कीजो मेरे काज
- गौरी के लाड़ले, महिमा तेरी महान
- गणेशजी की कथा - बुढ़िया और राजा
- अष्टविनायक गणपती
- मेरे घर में पधारो प्यारे गणपतिजी
- गणेश शरणम शरणम गणेशा
- देवा हो देवा, गणपति देवा
- मेरे गणपति बेडा पार करो
- श्री गणेश चालीसा
- सिद्धिविनायक जय गणपति, गाएं सदा तेरी आरती
- जय हो गणपती, जय हो गणपती
- गजानन कर दो बेडा पार
- आज गणराज पधारे है
- गणेश जी की पूजा सबसे पहले क्यों की जाती है?
- मेरे कीर्तन मे रस बरसाओ
- हे गजवदना, गौरी नंदना - प्रार्थना
- श्री गणपति भज प्रगट पार्वती - श्री गणेश आरती
- गजानन पधारो गजानन पधारो
- देते है भक्तो को भक्ति का मेवा
- सिद्धि विनायक मङ्गल दाता